UMMEED hindi poem (उम्मीद) , क्या खोजे सूनी राहों में..

 

हमने सोचा लिख डालूँ ,

 दिल में जो है खास..

क्या खोजे सूनी राहों में

 जब सब कुछ तेरे पास |

क्या खोजे सूनी राहों में ,

 जब सब कुछ तेरे पास |

सबने पाई दया, धर्म और शिक्षा ..

क्या डरना जब प्रभु लेगा कोई परीक्षा ,

 क्यों भागे जीवन से ,

करके मन को उदास  ,,

 क्या खोजे सूनी राहों में

 जब सब कुछ तेरे पास !

 क्या खोजे सूनी राहों में

 जब सब कुछ तेरे पास  !

भाई बहन के साथ ,

प्यारे मित्र मिले ..

जीवन की राहों में

हरदम साथ चलें |

उम्मीद का दामन थामकर

मत छोड़ो तुम आस

 क्या खोजे सूनी राहों में

जब सब कुछ तेरे पास |

क्या खोजे सूनी राहों में

जब सब कुछ तेरे पास..... ||



 

 

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